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किसके सिर पर सजेगा पोडैयाहाट विधानसभा सीट का ताज, क्या इंडी उतारेगी नए चेहरे या पुराने के साथ रखेगी धाक
Jharkhand :झारखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाला है। ऐसे में सभी पार्टी अपने-अपने स्तर से जीत की तैयारी कर रही है। लेकिन इन दिनों गोड्डा जिला के पोडै़याहाट विधानसभा सीट की खूब चर्चा हो रही है। इस सीट में प्रदीप यादव कांग्रेस के विधायक है।
बता दे कि चुनाव होने वाला है ऐसे में शेयरिंग को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर मंथन कर रही है। इधर, कांग्रेस और झामुमो के कार्यकर्ताओं के अंदर पोडै़याहाट सीट को लेकर एक अलग ही असमंजस दिखाई दे रहा है।
पोडै़याहाट के झामुमो कार्यकर्ता चाहते हैं कि जो इस सीट से कांग्रेस के बजाय झामुमो अपनी उम्मीदवार उतारे, लेकिन यह सीट फिलहाल कांग्रेस के खाते में है। हालांकि झामुमो की ओर से इस सीट में अपनी प्रत्याशी उतारी जाती है तो जीत निश्चित होगा।
कौन है झामुमो के नेता प्रेम नंदन कुमार
वहीं इन बातों के बीच झामुमो के पूर्व केंद्रीय सचिव प्रेम नंदन कुमार को लेकर खूब चर्चा हो रही है। कार्यकर्ता चाहते हैं कि झामुमो सीट से प्रेम नंदन कुमार को कैंडिडेट के तौर पर उतारे
बता दे कि प्रेम नंदन कुमार झामुमो के कद्दावर नेता में से एक है, इनकी ओर से कई बार छात्रों से संबंधित मामले को लेकर आवाज उठाई गई है, वहीं 20 अप्रैल 1980 को यह जेल भी गए थे। इसके बाद 1982 में इन्होंने शिबू सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थामा था। अलग राज्य के आंदोलन में भी ये कई बार जेल गये।जिसके बाद यह लगातार झामूमो पार्टी के साथ मिलकर पार्टी को मजबूत बनाने की मेहनत करते रहे। इन सबके बीच 2000 और 2005 में झारखंड विधानसभा चुनाव में जेएमएम की ओर से गोड्डा विधानसभा सीट से प्रत्याशी के तौर पर प्रेम नंदन कुमार को उम्मीदवार बनाया गया हालांकि इस बीच उन्हें जीत नहीं मिली लेकिन यह तीसरी पोजीशन पर बने रहे
वहीं 2014 में प्रेम नंदन कुमार भाजपा में इस उम्मीद से शामिल शामिल हुए थे कि पार्टी इन्हें पोरैयाहट से उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली।जिसके बाद दुबारा 2023 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा में घर वापसी किए।
वहीं इन सब के बाबजूद पोडै़याहाट विधानसभा क्षेत्र में चुनाव को लेकर खूब चर्चा हो रही है। खबरें अभी आ रही है कि झामुमो की ओर से इस सीट में अपनी कैंडिडेट उतार सकती है, हालांकि कांग्रेस और जेएमएम के बीच जब सीट शेयरिंग को लेकर बातें की जाएगी तो किस पार्टी की ओर से अपनी उम्मीदवार इस सीट में उतारे जाएंगे या फिर गठबंधन में सीट को लेकर पेच फसता हुआ नजर आने वाला है।लेकिन ये तय है कि प्रेम नन्दन कुमार के चुनाव लड़ने से ये सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा के झोली में जा सकती है।