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वृंदावन:तीर्थ नगरी वृंदावन में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने के बाद प्रेमानंद महाराज के सत्संग और दर्शन के लिए एकत्रित होते थे। लेकिन अब यह परंपरा थम गई है। प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की रात 2 बजे निकलने वाली पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए रोक दी गई है।
प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा हर रात उनके निवास से आश्रम तक जाती थी, जिसमें हजारों भक्त शामिल होते थे। इस दौरान भक्तगण सड़कों के किनारे खड़े होकर उनके दर्शन करते थे। लेकिन अब बढ़ती भीड़ और उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। इस संबंध में वृंदावन रस महिमा के सोशल मीडिया पेज पर आधिकारिक घोषणा की गई है।
हालांकि, यात्रा के स्थगन के पीछे स्थानीय लोगों के विरोध को भी बड़ी वजह माना जा रहा है। हाल ही में, एनआरआई ग्रीन सोसायटी के निवासियों ने महाराज की यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन किया था। स्थानीय लोगों का कहना था कि यात्रा के दौरान बजने वाले भजन और ढोल-नगाड़ों की तेज आवाज से उन्हें काफी परेशानी हो रही थी। महिलाओं ने हाथों में तख्तियां लेकर इस यात्रा के खिलाफ विरोध जताया।
महाराज ने दिया था समाधान का आश्वासन
प्रदर्शन के बाद प्रेमानंद महाराज के समूह ने विरोध करने वाले स्थानीय निवासियों से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि यात्रा के दौरान ढोल और संगीत बंद कर दिया जाएगा, जिससे किसी को कोई परेशानी न हो।
अब, प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए वृंदावन आने वाले भक्तों में मायूसी छा गई है। यात्रा फिर से कब शुरू होगी, इसको लेकर अभी कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की गई है।