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हाल ही में इंदौर के सब्जी बेचने वाले की बेटी ने वो कमाल कर दिखाया है, जिसकी चर्चा चारों ओर है। 29वर्षीय अंकिता नागर सिविल जज एग्जाम में अपने एससी कोटे में 5वां स्थान हासिल किया है। अंकिता के माता-पिता ने सब्जी का ठेला लगाकर उनकी पढ़ाई-लिखाई करवायी। आज देश भर के युवाओं के लिए अंकिता प्ररेणा का स्त्रोत बन चुकी हैं। यदि आपके इरादे बुलंद हो तो जिंदगी में आने वाली कोई भी परेशानियां आपकी उपलब्धियों के रास्ते को नहीं रोक सकती है, यही अंकिता ने करके दिखाया है।
अंकिता के पूरे परिवार के सभी सदस्य इंदौर के मूसाखेड़ी में सब्जी का ठेला लगाते हैं। उनके पापा सुबह 5 बजे उठकर मंडी चले जाते हैं। मां सुबह 8 बजे सभी के लिए खाना बनाकर पापा के सब्जी के ठेले पर चली जाती हैं। बड़ा भाई आकाश रेत मंडी में मजदूरी करता है। छोटी बहन की शादी हो चुकी है। अंकिता को भी कई बार हाथ बंटाने के लिए सब्जी के ठेले पर खड़ा होना पड़ता है। अंकिता की इतनी बड़ी उपलब्धि से उनका परिवार खुशी से फूला नहीं समा रहा है। अंकिता नागर ने अपने माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
जब अंकिता स्कूल में पढ़ाई कर रही थीं तब उनका सपना डॉक्टर बनने का था। लेकिन परिवार की आर्थिक तंगी को देखते हुए उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई करने की इच्छा को छोड़ दिया। उन्होंने कानून की पढ़ाई करनी शुरु कर दी। 29 वर्षीय अंकिता नागर ने बताया कि उन्हें कानून की पढ़ाई करने का शुरुआत से शौक रहा है। सिविल जज की परीक्षा को लेकर यह उनका चौथा प्रयास था। इससे पहले वह तीन बार इस परीक्षा में असफल हो चुकी थीं। लेकिन चौथीं बार उन्होंने सफलता हासिल की।
अंकिता ने कहा कि मैं निष्पक्ष निडर होकर अब आम जनता की मदद करूंगी और उन्हें न्याय दिलाऊंगी’। अंकिता उन बच्चों के लिए भी एक प्रेरणा हैं जो कड़ी मेहनत के बाद भी कई बार परिश्रम करते हुए एग्जाम में फेल हो जाते हैं और गलत कदम उठा लेते हैं। बता दें कि अंकिता भी कई बार असफल रही लेकिन उनके आत्मविश्वास और निश्चय ने उन्हें सफल बनाया।