22 साल की उम्र में ही इस युवा निशानेबाज ने रच दिया पैरालंपिक में इतिहास

खेल:जो काम आज देश के बेटे नहीं कर पाए वो काम देश की 22 साल की बेटी ने कर दिया है । भारत का लोहा पूरे देश में मनवाने वाली 22 वर्षीय अवनी लेखरा ने पेरिस में चल रहे 2024 पैरालिंपिक्स में भारत को स्वर्ण पदक जिताया है।

भारत के लिए खुला मेडल का खाता

आज पेरिस पैरालिंपिक्स का दूसरा दिन है और दूसरा दिन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा है क्योंकि निशानेबाज अवनी लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल किया है । वही इस इवेंट में भारत की मोना अग्रवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। इन दोनों मेडल के साथ ही मौजूदा पैरालंपिक में भारत के लिए पदक सूची का खाता खुल चुका है।

अवनी ने 22 साल की उम्र में रच दिया है इतिहास

इस इवेंट में 22 साल की अवनी ने 249.7 अंक हासिल किया है और पैरालंपिक में रिकॉर्ड बना दिया है । रिकॉर्ड का सिलसिला सिर्फ यहां नहीं थमता है बल्कि अवनी भारत की पहली महिला एथलीट है जिन्होंने 2020 पैरालंपिक में गोल्ड लाकर इतिहास रचा था । यह पहली महिला बनी है जिन्होंने पैरालंपिक में भारत के लिए गोल्ड जीता है वहीं आज उन्होंने मिसाल कायम की है और उन्होंने अपने ही मेडल को डिफेंड किया है। 22 साल की अवनी पैरालंपिक में तीन मेडल जीतने वाली महिला भी बन चुकी है।

पीएम ने भी अवनी को दी बधाई

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट से उन्हें बधाई दी है ।Paralympics2024 में भारत ने खोला पदकों का खाता!

आर2 महिला 10एम एयर राइफल एसएच1 इवेंट में प्रतिष्ठित स्वर्ण जीतने के लिए @अवनिलेखा को बधाई। उन्होंने इतिहास भी रचा क्योंकि वह 3 पैरालंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट हैं! उनका समर्पण भारत को गौरवान्वित करता रहता है।

9 / 100

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -
Leave a comment
Off