800 करोड़ हुए इंसान, 2024 में भारत बनेगा सिरमौर

800 करोड़ हुए इंसान- दुनिया में इंसानों की आबादी 8 अरब पार कर गई। हैरानी होती है कि इंसान को शुरुआती 1 अरब होने में 1 लाख 99 हजार 800 साल लग गए थे। लेकिन इसके बाद इतनी तेज रफ्तार से बढ़े कि सिर्फ 222 साल में 1 अरब से 8 अरब हो गए। आखिरी 100 करोड़ लोग तो महज 11 साल में बढ़ गए हैं।

करीब एक लाख साल पहले होमो सेपियन्स अफ्रीका से निकल कर यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में पहुंचे। करीब 35 से 65 हजार साल पहले ऑस्ट्रेलिया की तरफ रुख किया। 

दरअसल, 25 लाख साल पहले प्लेइस्टोसिन यानी आइस एज की शुरुआत हुई थी। इस दौरान पृथ्वी का 205 लाख स्क्वॉयर किमी हिस्सा बर्फ से ढका था। इस दौरान प्राकृतिक रूप से पुल तैयार हुए, जो एशिया को अमेरिका (अलास्का) से जोड़ते थे। वैज्ञानिकों के मुताबिक होमोसेपियंस इसी के सहारे एक जगह से दूसरी जगह गए होंगे।

आइस एज 11 हजार साल पहले समाप्त हुआ। तब तक इस बर्फ का बहुत बढ़ा हिस्सा पिघल गया, जिसके चलते पृथ्वी कई द्वीपों में बंट गई। कुछ इस तरह होमो सेपियन्स दूसरे महाद्वीपों में पहुंचे।

समय के साथ जैसे-जैसे इंसान की सोच विकसित हुई, उसने खेती शुरू की। अपनी जरूरतों के आधार पर नए आविष्कार किए। खानाबदोश ये इंसान अब अपने-अपने इलाके विकसित करने लगे थे। इसके साथ वो परिवार भी बसाने लगे थे।

800 करोड़ हुए इंसान-आबादी में बढोतरी हुई। साल 1800 के बाद, जब इंसानों की लाइफ एक्‍सपेक्‍टेंसी यानी जीवन जीने की औसत उम्र में बढ़ोतरी होने लगी। आज से 252 साल पहले तक आदमी की औसत उम्र सिर्फ 28 साल थी। 1955 में लाइफ एक्‍सपेक्‍टेंसी रेट 40 साल थी, जो आज बढ़कर 73 साल हो गई है।

यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में रोज करीब 4 लाख बच्चे पैदा होते हैं। इनमें से भारत में रोज 86,000 बच्चे जन्म ले रहे हैं और चीन में करीब 49,400 बच्चे। यानी भारत में रोजाना चीन से दोगुने बच्चे पैदा हो रहे हैं। 

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अनुमान के मुताबिक, साल 2024 में चीन को पीछे छोड़कर भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा।

दुनिया के 800 करोड़ लोगों को एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा किया जाए, तो लगभग 1,484 स्कवेयर किमी एरिया पूरी तरह से पैक हो जाएगा। यानी दुनिया की पूरी आबादी दिल्ली जितने शहर में समा सकती है।

800 करोड़ हुए इंसान- दुनिया की सबसे कम आबादी वाला देश वैटिकन सिटी है। इस देश के 0.44 स्क्वेयर किमी एरिया में सिर्फ 801 लोग रहते हैं।

न्‍यूजीलैंड में इंसानों से ज्यादा भेड़ियों की आबादी है। यहां के लोगों की जनसंख्या 50 लाख है और भेड़ियों की संख्या 2.5 करोड़ है।

जापान की 28% से ज्यादा आबादी की उम्र 68 साल से ज्यादा है। नाइजीरिया की 50% आबादी 15 साल से कम है। दुनिया में हर तीसरा आदमी या तो भारतीय या ताे चीनी है।

800 करोड़ हुए इंसान- विश्व का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर टोक्यो है, यहां 3.7 करोड़ लोग रहते हैं। 2.9 करोड़ लोगों के साथ दूसरे नंबर पर भारत की राजधानी दिल्ली और 2.6 करोड़ लोगों के साथ चीन का शहर शंघाई तीसरे नंबर पर है।

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