वर्दी ए इंसाफ 3, फिर मोराबादी मैदान में तंबू गाड़ने को मजबूर सहायक पुलिसकर्मी


Jharkhand:तीसरी बार सहायक पुलिस कर्मी अपनी मांग को लेकर मोरहाबादी मैदान में तंबू गाड़ कर आन्दोलन कर रहें हैं. पहली बार सहायक पुलिस कर्मियों ने 2021 में अपनी मांगों के लिए आन्दोलन किया था इस बीच उन पर प्रशासन की ओर से लाठिया भी बरसाई गई थी.सहायक पुलिस कर्मियों मांग है कि इन्हें समायोजित और इनकी वेतन में बढ़ोतरी की जाए.

भाजपा की सरकार में हुई थी इनकी बहाली

बता दे कि 2017 में बीजेपी की सरकार में इन सहायक पुलिस कर्मियों की बहाली की गई थी उस दौरान इसने वादा किया गया था कि इन सहायक पुलिस कर्मियों को जल्द ही जिला पुलिस में समायोजित कर लिया जाएगा लेकिन फिर बाद में जब जेएमएम की सरकार आए तो उनकी लड़ाई सरकार से शुरू हो गई. इस बीच इन्हें सरकार की ओर से कई आश्वासन भी मिले लेकिन सरकार के सारे वादे झूठे साबित हो गए. इन्हीं कारणों से एक बार फिर से यह मोरहाबादी मैदान में आंदोलन करने को मजबूर हो गए हैं.

हमारी यह लड़ाई सरकार से आर या पार की 

वही आंदोलन कर रहे हैं सहायक पुलिस कर्मियों का कहना है कि अब यह सरकारी बताएं कि 10 हजार रुपए में हम कैसे अपने परिवार का पालन पोषण करेंगे सरकार ने हम सभी कर्मियों से वादा किया था. कि जल्द ही हमारी मांगों को पूरा किया जाएगा. लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई भी वादा नहीं पूरा किया गया.सरकार का यह आश्वासन झूठा साबित हो गया लेकिन अब हम डरने वाले नहीं हैं. हमारी यह लड़ाई इस सरकार से आर या पार की है.

मान सम्मान भी चाहिए 

वहीं कुछ कर्मी ऐसे भी मिले जिन्होंने बताया कि सरकार के झूठे आश्वासन और इंतजार के बाद कई सहायक पुलिसकर्मियों ने आत्महत्या कर ली हैं.लेकिन फिर भी सरकार के कान में जू तक नहीं रेंग रही है.उन्होंने कहा कि जिन पुलिस कर्मियों ने आत्महत्या कर लिया था उन्हें तिरंगा तक नसीब नहीं हुआ उन्हें सादे कफन में विदा किया गया. इसलिए सरकार से हम यह भी निवेदन करते हैं कि हमें मान सम्मान भी दिया जाए. उन्होंने कहा कि सरकार हम सहायक पुलिस कर्मियों से सौतेला व्यवहार कर रही है.लेकिन अब हम भी डरने वाले नहीं हैं. हम अपना हक अधिकार सरकार से लेना भी जानते हैं.

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