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UU LALIT @CJI: जस्टिस उदय उमेश ललित होंगे सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस, एन वी रमना 26 को होंगे रिटायर
UU LALIT @CJI: जस्टिस उदय उमेश ललित भारत के 49वें सीजेआई नियुक्त कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना ने जस्टिस उदय उमेश ललित के नाम की सिफारिश अपने उत्तराधिकारी के रूप में की थी। शपथ लेने के बाद जस्टिस ललित भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। एन. वी. रमना 26 अगस्त को अपने पद से रिटायर हो रहे हैं।
तय परंपरा के मुताबिक तत्कालीन सीजेआई को अपने उत्तराधिकारी के रूप में सुप्रीम कोर्ट के ही सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश के नाम की सिफारिश करनी होती है। जस्टिस उदय उमेश ललित वरिष्ठता क्रम में जस्टिस रमना के बाद दूसरे स्थान पर हैं।
UU LALIT @CJI: बता दें कि जस्टिस यूयू ललित का जन्म 9 नवंबर, 1957 को महाराष्ट्र के सोलापुर में हुआ था। न्यायमूर्ति ललित जून 1983 में महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल में वकील के रूप में नामांकित हुए थे। जस्टिस ललित ने जनवरी 1986 में दिल्ली आने से पहले दिसंबर 1985 तक बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की थी।
UU LALIT @CJI: जस्टिस ललित क्रिमिनल लॉ में विशेषज्ञ हैं और उन्होंने 2जी मामलों में सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक के रूप में काम किया है। साथ ही दो कार्यकाल तक वो सुप्रीम कोर्ट की कानूनी सेवा समिति के सदस्य के रूप में काम किया है।
UU LALIT @CJI: अपने सौम्य स्वभाव के लिए जाने जाने वाले ललित ऐसे दूसरे चीफ जस्टिस होंगे, जो सुप्रीम कोर्ट का जज बनने से पहले किसी हाईकोर्ट में जज नहीं थे। वो सीधे वकील से इस पद पर पहुंचे थे। उनसे पहले 1971 में देश के 13वें मुख्य न्यायाधीश एस एम सीकरी ने यह उपलब्धि हासिल की थी।
10 जनवरी 2019 को जस्टिस यू यू ललित (UU Lalit) ने खुद को अयोध्या मामले की सुनवाई कर रही 5 जजों की बेंच से खुद को अलग कर लिया था।
जस्टिस ललित ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में कई महत्वपूर्ण निणय दिये हैं। जिनमें सबसे महत्वपूर्ण तीन तलाक, केरल में पद्मनाभस्वामी मंदिर पर त्रावणकोर शाही परिवार का दावा और पॉक्सो से जुड़े कानून पर उन्होंने महत्वपूर्ण फैसले हैं।
न्यायमूर्ति ललित का कार्यकाल तीन महीने से भी कम का होगा और वह 8 नवंबर को रिटायर होंगे। इस समय जस्टिस नथलापति वेंकेट रमना भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश हैं, उनकी सिफारिश पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एस ए बोबड़े ने की थी।